अभी इस तरफ ना निगाह कर मैं ग़ज़ल की पलकें संवार लूँ! अभी इस तरफ ना निगाह कर मैं ग़ज़ल की पलकें संवार लूँ!
इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई बार होता का इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई ...
गजल-नए प्रतीकों वाले शेर इस गजल की विशेषता है। गजल-नए प्रतीकों वाले शेर इस गजल की विशेषता है।
नमन करती है लेखनी, आज शहीदों के नाम। नमन करती है लेखनी, आज शहीदों के नाम।
भगवान से भी बड़ी है माँ मेरी हर खुशी है माँ। भगवान से भी बड़ी है माँ मेरी हर खुशी है माँ।
सइयाँ कौनठौर मैं जाऊँ मैली हो गयीमेरी चदरियाओढ़त मैं शरमाऊं सइयाँ कौनठौर मैं जाऊँ मैली हो गयीमेरी चदरियाओढ़त मैं शरमाऊं